हॉट भाभी की चुदाई : जवान विधवा की रसीली सेक्स कहानी (1,519 views)
हॉट भाभी की सेक्सी कहानी में मैं, रोहन शर्मा, एक जवान और आकर्षक स्टूडेंट, ने पढ़ाई के लिए किराए पर कमरा लिया। मेरी मकान मालकिन, एक 26 साल की कामुक विधवा रानी, ने मेरे दिल में आग लगा दी। कैसे मैंने उसकी दबी हुई वासना को जागृत किया और उसकी रसीली चूत को अपने लंड से शांत किया? इस हॉट सेक्स कहानी को पढ़कर आप भी खो जाएंगे!
दोस्तों, तैयार हो जाइए! लंड वाले अपने लंड को सहलाने के लिए और चूत वाली बहनें अपनी चिकनी चूत को सहलाने के लिए तैयार रहें। ये कहानी इतनी गर्म है कि आप खुद को रोक नहीं पाएंगे। धैर्य रखें और इस कामुक कहानी का आनंद लें।
कहानी की शुरुआत
ये बात दो साल पहले की है, जब मैं दिल्ली में अपनी एमबीए की पढ़ाई के आखिरी साल में था। फाइनल्स की टेंशन के चलते मैंने हॉस्टल छोड़कर एक शांत कमरा ढूंढना शुरू किया। लेकिन एक जवान, स्मार्ट बैचलर को फ्लैट मिलना आसान नहीं था। कई दिन बाइक पर दिल्ली की गलियां छानने के बाद, मैं थककर एक छोटी सी चाय की दुकान पर रुका।
वहां दो औरतें बातें कर रही थीं। एक 40 साल की थी, दूसरी, जो दिखने में 20-22 की लग रही थी, उसकी कमर और कूल्हों की मटक देखकर मेरा दिल धड़कने लगा। मैंने दुकानवाली आंटी से पूछा, "आसपास कोई फ्लैट खाली है?" उसने उस जवान औरत की तरफ इशारा करते हुए कहा, "रानी का फ्लैट खाली है, उससे बात कर लो।"
रानी ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोली, "स्टूडेंट हो?" मैंने हां कहा। उसने थोड़ा नखरा दिखाया, फिर बोली, "चलो, दिखाती हूँ।" कुछ औपचारिकताओं के बाद मैंने उसका फ्लैट पसंद कर लिया और शिफ्ट कर गया।
रानी की कामुक अदाएं
फ्लैट में आने के बाद पता चला कि रानी कोई लड़की नहीं, बल्कि दो बच्चों की माँ और 26 साल की विधवा थी। उसका फिगर इतना कातिलाना था—5 फीट 5 इंच की हाइट, भरे हुए दूध, पतली कमर और गोल-मटोल गांड—कि किसी का भी लंड खड़ा हो जाए। उसके पति की जायदाद की वजह से समाज में उसका रुतबा था, लेकिन उसने अपनी वासना को ताले में बंद कर रखा था।
मैं अकेला किरायेदार था, इसलिए रानी अक्सर मेरे कमरे में आकर बातें करती। हमारी दोस्ती गहरी हो गई। कभी-कभी हम साथ खाना बनाते, हंसी-मजाक करते। धीरे-धीरे, मैं उसकी कामुक हंसी और टाइट सलवार-कमीज में उभरे उसके कर्व्स पर फिदा होने लगा।
वासना की चिंगारी
एक दिन बातों-बातों में रानी ने मेरी लव लाइफ के बारे में पूछा। मैंने हंसकर कहा, "कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।" उसने चहकते हुए कहा, "झूठ मत बोलो, रोहन! तुम्हारा इतना स्मार्ट लुक, जिम में तराशा हुआ बदन, बाइक… लड़कियां तो तुम पर मरती होंगी!" मैंने मस्ती में जवाब दिया, "ठीक है, एक गर्लफ्रेंड बनाऊंगा और फ्लैट में लाऊंगा।" ये सुनकर रानी का चेहरा लाल हो गया, और वह नाराज होकर चली गई।

तीन दिन तक उसने मुझसे बात नहीं की। आखिरकार, मैंने उसे मनाने का फैसला किया और उसके फ्लैट में गया। वह अपने बेडरूम में, सिल्क की नाइटी में, खुले बालों के साथ बैठी थी, मेरी व्हाट्सएप डीपी को ज़ूम करके देख रही थी। जैसे ही मैंने उसे देखा, मेरे लंड में हलचल होने लगी। उसकी मटकती गांड और खुले बालों ने मुझे बेकाबू कर दिया।
कामुक मुलाकात
मैं रानी के पीछे किचन में गया। उसका परफ्यूम और मटकती गांड मेरे लंड को और उत्तेजित कर रहे थे। मैंने हिम्मत करके उसके करीब जाकर अपनी कमर को उसकी गांड से टच किया। उसने कोई विरोध नहीं किया। मेरे लंड की नोक उसकी गांड की दरार को छू रही थी, और वह धीरे-धीरे कमर पीछे करके मेरे लंड का मज़ा ले रही थी।
मैंने मौका देखकर उसे अपनी ओर घुमाया और उसके रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए। वह भी पूरी गर्मी के साथ मेरे होंठों को चूसने लगी। मैंने एक हाथ से उसके सिल्की बालों को पकड़ा और दूसरे से उसकी कमर और गांड को सहलाया। उसकी सिसकारियां और गर्म सांसें मुझे पागल कर रही थीं।
हम 15 मिनट तक एक-दूसरे को चूमते रहे। उसके होंठ लाल हो गए, और उसकी आंखों में वासना की चमक साफ दिख रही थी। मैंने उसे अपनी मजबूत बाहों में उठाया और बेडरूम में ले गया। बेड पर लेटते ही उसने अपनी आंखें बंद कर लीं, जैसे वह मेरे प्यार में डूब चुकी थी।
चुदाई की आग
मैंने उसकी सिल्की नाइटी उतारी। उसकी काली ब्रा में कैद उसके भरे हुए दूध मुझे बुला रहे थे। मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके निप्पल्स को चूसा, और जब ब्रा उतारी, तो उसके दूध से भरे बूब्स से दूध की बूंदें टपकने लगीं। मैंने लपककर उसके बूब्स चूसने शुरू किए, और वह सिसकारियां भरने लगी।
वह उत्तेजना में पागल हो रही थी। उसने मेरी पैंट खोलकर मेरा 7 इंच का लंड बाहर निकाला और बोली, "हाय, ये तो बहुत बड़ा है! मेरे पति का तो इससे आधा था।" मैंने उसे शांत करने के लिए उसके पेट और जांघों को चूमना शुरू किया। उसकी काली पैंटी उतारते ही उसकी चिकनी, रसीली चूत मेरे सामने थी।
मैंने अपने लंड को उसकी चूत के आसपास रगड़ा, जिससे वह और मचलने लगी। "रोहन, अब डाल दो!" उसकी आवाज़ में वासना थी। मैंने एक जोरदार धक्का मारा, और मेरा लंड उसकी टाइट चूत में समा गया। उसकी चीख निकल गई, लेकिन मैंने उसे चूमकर शांत किया।
धकाधक चुदाई
मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड उसकी गहराइयों को छू रहा था। उसकी सिसकारियां और बेड की चरमराहट कमरे में गूंज रही थी। वह बार-बार झड़ रही थी, और मैं अपनी स्पीड बढ़ाता जा रहा था।

जब मैं झड़ने वाला था, उसने कहा, "अंदर ही छोड़ दो!" मैंने अपना सारा रस उसकी चूत में छोड़ दिया और उसके ऊपर लेट गया। उसके चेहरे पर थकान के साथ-साथ संतुष्टि की चमक थी। हम दोनों एक-दूसरे की बाहों में सो गए।
अगला पड़ाव
सुबह जब नींद खुली, तो रानी को बुखार था। मैं उसे हॉस्पिटल ले गया। वहां नर्स ने हंसते हुए कहा, "इतनी जोरदार सेवा मत लिया करो!" हम दोनों हंस पड़े। इसके बाद हम लिव-इन की तरह रहने लगे। रानी की बड़ी बहन, माया, बाद में हमारे साथ रहने आई, और फिर एक नई कहानी शुरू हुई, जिसमें मैंने रानी और माया के साथ थ्रीसम का मज़ा लिया।
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